खूबसूरत और सुंदर बालों की चाह हर किसी की होती है, जिसके लिए महिलाएं खूब कोशिशें भी करते हैं और कई बार वह नाकाम भी हो जाती है. पर सच तो यह है कि कोशिश तभी रंग लाती है जब प्रयास सही हो, नहीं तो वो गलत असर दिखा जाती है
इसलिए बालों की चमक को बरकरार रखने के लिए कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले उसकी पूरी जानकारी जरुर रखनी चाहिए.
मिथ्य : बालों को रंगने या डाई करने से बाल खराब हो जाते हैं और आगे उसी रंग के बाल निकलते हैं?
तथ्य : डाई करने से जो बाल सिर पर है केवल वही प्रभावित होते हैं. जितने नए बाल उगेंगे वह अपने स्वाभाविक रंग में रहेंगे. अगर बालों की सही ढंग से देखभाल की जाए तो वो खराब नहीं होते हैं.
मिथ्य : बीयर से बाल धोने से बालों में चमक आ जाती है?
तथ्य : सच तो यह है कि बीयर से बाल धोने से रूसी की समस्या पैदा हो सकती है और वो रूखे भी हो सकते हैं.
मिथ्य : कंडीशनर का प्रयोग करने से बाल और भी घुंघराले तथा रूखे हो जाते हैं?
तथ्य : कंडीशनर के प्रयोग से बाल रूखे नहीं होते हैं, न की घुंघराले, बल्कि इससे बालों में चमक आती है. शैंपू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
मिथ्य : हर महीने बाल कटवाने से बाल घने हो जाते हैं?
तथ्य : जी नहीं, बालों का घटना बढ़ना बालों के टैक्सचर पर निर्भर करता है. बालों को कटवाने से वो घने नहीं होते बल्कि अच्छे ढंग से कटवाने के कारण वे घने लगने लगते हैं.
मिथ्य : जब बाल एक निर्धारित लंबाई तक बढ़ जाते हैं तो उसके बाद नहीं बढ़ते है?
तथ्य : यह धारणा गलत है. बालों का बढ़ना उसके टैक्सचर और क्यूटिकल पर निर्भर करता है, लेकिन एक समय तक बाल तेजी से बढ़ते हैं, फिर उसके बाद बालों की बढ़त धीमी हो जाती है.
मिथ्य : बीमार होने पर बाल नहीं कटवाने चाहिए क्योंकि लेटे रहने से उनकी बनावट खराब हो जाती है?
तथ्य : बीमार होने पर शरीर कमजोर हो जाता है और बालों की चमक खो जाती है. भली भांति कटे हुए बाल जैसे है वैसे ही रहेंगे.
मिथ्य : ज्यादा शैंपू से बाल धोने से खराब हो जाते हैं?
तथ्य : अगर इस डर से आप बालों को बिना शैंपू के धो रही है तो वो गलत है. शैंपू न करने से बाल गंदे रहते हैं. धूल मिट्टी से ग्रस्त होकर तैलीय हो जाते हैं और गंदगी से झड़ने भी लगते हैं.
मिथ्य : सफेद बाल को तोड़ने से उस जगह और भी अधिक सफेद बाल निकल आते हैं?
तथ्य : एक रोमकूप से एक ही बाल जन्म लेता है, इसलिए अधिक सफेद बाल बढ़ने की गुंजाइश कम रहती है.
मिथ्य : खुले बाल रखने से बालों में रूसी की समस्या पैदा हो जाती है?
तथ्य : रूसी की समस्या केवल बालों के अधिक तैलीय होने से पैदा होती हैं. बालों को खुला रखने से रूसी का कोई संबंध नहीं होता है.
मिथ्य : लगातार बालों में पर्मिंग कराने से बाल घुंघराले हो जाते हैं?
तथ्य : लगातार बालों को पर्मिंग कराने से केवल बालों का उतना ही हिस्सा प्रभावित होता है, जितने मे पर्मिंग करवाई होती है. पूरे बाल घुंघराले नहीं होते हैं. घुंघराले बाल जन्मजात होते हैं.
मिथ्य : ड्रायर और ब्लो ड्रायर के इस्तेमाल से बाल स्वाभाविक रूप से स्ट्रेट हो जाते हैं?
तथ्य : ड्रायर के इस्तेमाल से बाल कुछ देर के लिए ही स्ट्रेट होते हैं, उसके बाद वापस पहले जैसे हो जाते हैं. इसके अलावा ब्लो ड्रायर से बालों को बहुत अधिक नुकसान भी पहुंचता है, इसलिए कोशिश करें कि इसका इस्तेमाल न करें.
मिथ्य : दो मुंह बाल नीचे से जड़ की ओर बढ़ते हैं?
तथ्य : यह धारणा पूर्णतः गलत है, क्योंकि दो मुंहे बालों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है. लगातार कटिंग और शेपिंग हमें दो मुंहे बालों से निजात दिलाते हैं.
मिथ्य : पर्मानेंट वेविंग हमारे सिर पर शुष्कता पैदा कर तेल को सोख लेती है?
तथ्य : बालों में तेल का होना या न होना आपके हार्मोन्स पर निर्भर करता है या भोजन पर. हां, किंतु अधिक कैमिकल्स का प्रयोग बालों में शुष्कता पैदा कर बालों को हानि पहुंचा सकता है.
इसलिए बालों की चमक को बरकरार रखने के लिए कुछ भी इस्तेमाल करने से पहले उसकी पूरी जानकारी जरुर रखनी चाहिए.
मिथ्य : बालों को रंगने या डाई करने से बाल खराब हो जाते हैं और आगे उसी रंग के बाल निकलते हैं?
तथ्य : डाई करने से जो बाल सिर पर है केवल वही प्रभावित होते हैं. जितने नए बाल उगेंगे वह अपने स्वाभाविक रंग में रहेंगे. अगर बालों की सही ढंग से देखभाल की जाए तो वो खराब नहीं होते हैं.
मिथ्य : बीयर से बाल धोने से बालों में चमक आ जाती है?
तथ्य : सच तो यह है कि बीयर से बाल धोने से रूसी की समस्या पैदा हो सकती है और वो रूखे भी हो सकते हैं.
मिथ्य : कंडीशनर का प्रयोग करने से बाल और भी घुंघराले तथा रूखे हो जाते हैं?
तथ्य : कंडीशनर के प्रयोग से बाल रूखे नहीं होते हैं, न की घुंघराले, बल्कि इससे बालों में चमक आती है. शैंपू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए.
मिथ्य : हर महीने बाल कटवाने से बाल घने हो जाते हैं?
तथ्य : जी नहीं, बालों का घटना बढ़ना बालों के टैक्सचर पर निर्भर करता है. बालों को कटवाने से वो घने नहीं होते बल्कि अच्छे ढंग से कटवाने के कारण वे घने लगने लगते हैं.
मिथ्य : जब बाल एक निर्धारित लंबाई तक बढ़ जाते हैं तो उसके बाद नहीं बढ़ते है?
तथ्य : यह धारणा गलत है. बालों का बढ़ना उसके टैक्सचर और क्यूटिकल पर निर्भर करता है, लेकिन एक समय तक बाल तेजी से बढ़ते हैं, फिर उसके बाद बालों की बढ़त धीमी हो जाती है.
मिथ्य : बीमार होने पर बाल नहीं कटवाने चाहिए क्योंकि लेटे रहने से उनकी बनावट खराब हो जाती है?
तथ्य : बीमार होने पर शरीर कमजोर हो जाता है और बालों की चमक खो जाती है. भली भांति कटे हुए बाल जैसे है वैसे ही रहेंगे.
मिथ्य : ज्यादा शैंपू से बाल धोने से खराब हो जाते हैं?
तथ्य : अगर इस डर से आप बालों को बिना शैंपू के धो रही है तो वो गलत है. शैंपू न करने से बाल गंदे रहते हैं. धूल मिट्टी से ग्रस्त होकर तैलीय हो जाते हैं और गंदगी से झड़ने भी लगते हैं.
मिथ्य : सफेद बाल को तोड़ने से उस जगह और भी अधिक सफेद बाल निकल आते हैं?
तथ्य : एक रोमकूप से एक ही बाल जन्म लेता है, इसलिए अधिक सफेद बाल बढ़ने की गुंजाइश कम रहती है.
मिथ्य : खुले बाल रखने से बालों में रूसी की समस्या पैदा हो जाती है?
तथ्य : रूसी की समस्या केवल बालों के अधिक तैलीय होने से पैदा होती हैं. बालों को खुला रखने से रूसी का कोई संबंध नहीं होता है.
मिथ्य : लगातार बालों में पर्मिंग कराने से बाल घुंघराले हो जाते हैं?
तथ्य : लगातार बालों को पर्मिंग कराने से केवल बालों का उतना ही हिस्सा प्रभावित होता है, जितने मे पर्मिंग करवाई होती है. पूरे बाल घुंघराले नहीं होते हैं. घुंघराले बाल जन्मजात होते हैं.
मिथ्य : ड्रायर और ब्लो ड्रायर के इस्तेमाल से बाल स्वाभाविक रूप से स्ट्रेट हो जाते हैं?
तथ्य : ड्रायर के इस्तेमाल से बाल कुछ देर के लिए ही स्ट्रेट होते हैं, उसके बाद वापस पहले जैसे हो जाते हैं. इसके अलावा ब्लो ड्रायर से बालों को बहुत अधिक नुकसान भी पहुंचता है, इसलिए कोशिश करें कि इसका इस्तेमाल न करें.
मिथ्य : दो मुंह बाल नीचे से जड़ की ओर बढ़ते हैं?
तथ्य : यह धारणा पूर्णतः गलत है, क्योंकि दो मुंहे बालों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है. लगातार कटिंग और शेपिंग हमें दो मुंहे बालों से निजात दिलाते हैं.
मिथ्य : पर्मानेंट वेविंग हमारे सिर पर शुष्कता पैदा कर तेल को सोख लेती है?
तथ्य : बालों में तेल का होना या न होना आपके हार्मोन्स पर निर्भर करता है या भोजन पर. हां, किंतु अधिक कैमिकल्स का प्रयोग बालों में शुष्कता पैदा कर बालों को हानि पहुंचा सकता है.