Sindhu Ghati Sabhyata History in Hindi – दुनिया के प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से “सिंधु घाटी सभ्यता” एक प्रमुख सभ्यता है. मशहूर पत्रिका ‘Nature’ में प्रकाशित शोध की अनुसार यह सभ्यता कम-से-कम 8000 वर्ष पुरानी हैं. इस सभ्यता को “हड़प्पा सभ्यता” और “सिन्धु-सरस्वती सभ्यता” के नाम से भी जाना जाता हैं. मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी और हड़प्पा इसके प्रमुख केन्द्र थे.
Interesting Facts about Sindhu Ghati Sabhyata | सिन्धु घाटी सभ्यता की रोचक बातें
Interesting Facts about Sindhu Ghati Sabhyata | सिन्धु घाटी सभ्यता की रोचक बातें
- सिन्धु घाटी सभ्यता की खोज “रायबहादुर दयाराम साहनी” ने की.
- प्रथम बार कांस्य के प्रयोग के कारण इसे कांस्य सभ्यता भी कहा जाता है.
- सिन्धु घाटी सभ्यता के 1400 केन्द्रों को खोजा जा सका है जिसमें से 925 केन्द्र भारत में है, अभी तक कुल खोजों में से 3% स्थलों का ही उत्खनन हो पाया है.
- सिन्धु सभ्यता या सैंधव सभ्यता नगरीय सभ्यता थी. सैंधव सभ्यता से प्राप्त परिपक्क अवस्था वाले स्थलों में केवल 6 ही को बड़े नगर की संज्ञा दी गयी हैं – मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी और हड़प्पा.
- लोथल एवं सुतकोतदा – सिन्धु सभ्यता का बन्दरगाह था.
- स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात “हड़प्पा संस्कृति” के सार्वधिक स्थल गुजरात में खोजे गये हैं.
- सिन्धु सभ्यता की मुख्य फसल थी – गेहूँ और जौ.
- मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक शील पर तीन मुख वाले देवता (पशुपति नाथ) की मूर्ती मिली है. उनके चारों ओर हाथी, गैंडा, चीता एवं भैसा विराजमान हैं.
- हड़प्पा की मोहरों पर सबसे अधिक एक श्रृंगी पशु का अंकन मिला.
- मोहनजोदोड़ो से नर्तकी की एक कास्य मूर्ति मिली हैं.
- सिन्धु वासी मिठास के लिए शहद का प्रयोग करते थे.
- सिन्धु सभ्यता में लोग यातायात के लिए दो पहियों एवं चार पहियों वाली बैलगाड़ी या भैसगाड़ी का उपयोग करते थे.
- मेसोपोटामिया के अभिलेखों में वर्णित मेलूहा शब्द का अभिप्राय सिन्धु सभ्यता से ही हैं.
- सिन्धु सभ्यता में लोग धरती को उर्वरता की देवी मानते थे और उनकी पूजा करते थे.
- वृक्ष पूजा एवं शिव पूजा के प्रचलन के साक्ष्य भी सिन्धु सभ्यता से मिलते हैं.
- स्वस्तिक चिह्न सम्भवतः हडप्पा सभ्यता की दें हैं. इस चिह्न से सूर्योपासना का अनुमान लगाया जाता हैं. सिन्धु घाटी के नगरों में किसी भी मंदिर के अवशेष नही मिले हैं.
- पर्दा प्रथा और वैश्या प्रथा सिन्धु सभ्यता में प्रचलित था.
- सिन्धु निवासी सूती एवं ऊनी वस्त्रों का प्रयोग करते थे.
- सिन्धु सभ्यता के विनाश का सम्भवतः कारण सबसे प्रभावी बाढ़ था.
- शवों को जलाने की एवं गाड़ने की दोनों ही प्रथाएं प्रचलित थी. हड़प्पा में शवों को दफनाने और मोहनजोदड़ो में जलाने की प्रथा थी.
- पशुओ में कुबड़ वाला साड़, इस सभ्यता के लोगो के लिए पूजनीय था.
- सिन्धु सभ्यता में मातृदेवी की उपासना अधिक प्रचलित थी.