पितृपक्ष : इस दिन विदा लेते हैं पितृ, जानें कब है सर्वपितृ अमावस्या

आश्विन अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या कहते हैं। कहा जाता है कि इस दिन ज्ञात-अज्ञात सभी पितरों का श्राद्ध किया जाता है। इस दिन पितृ हमसे विदा लेते हैं। ज्योतिषियों की मानें तो पितृ अमावस्या के दिन ऐसे पूर्वजों जिनकी मृत्यु की तारीख हमे याद नहीं होती है या फिर फिर हम उनका श्राद्ध करना भूल जाते हैं तो इस दिन हम भूले बिसरे सभी पितरों का श्राद्ध पितृ अमावस्या को किया जा सकता है।
सर्वपितृ अमावस्या 19 सितंबर से शुरू होकर 20 सितंबर को दोपहर 11.15 बजे तक रहेगी। ऐसा माना जाता है कि 15-16 दिन पृथ्वी पर विचरण करने के बाद अमावस्या के दिन पितृ विदा लेते हैं। इसलिए इस दिन सभी पितरों का स्मरण करना चाहिए। श्राद्ध के दिन पितरों का जल और तिल से तर्पण करना चाहिए। इनके बिना पितरों का तर्पण पूरा नहीं माना जाता है। जल और तिल के बिना तर्पण करने से पितृ प्यासे ही रह जाते हैं। 
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