हर इंसान को नींद की ठीक उतनी ही जरूरत होती है जितनी उसे खाने और पीने की. कई बार हमारा शरीर थकावट से चूर-चूर होता है, या दिन भर के कामकाज के बाद जब हम रात में सोने जाते हैं या फिर सोने की कोशिश करते है तो नींद आने का नाम नहीं लेती। ठीक से नींद न आना या पर्याप्त मात्रा मे न सोना भी कई बीमारियों की जड़ है। अनिद्रा को मनोविज्ञान की भाषा मे insomnia (इनसॉम्निया) भी कहा जाता है।हमें कितनी
नींद की आवश्यकता होती है – HOW MUCH SLEEP DO WE REALLY NEED
हमे कितना सोना चाहिए ये हमारी उम्र पर निर्भर होता है।
1 छोटे बच्चे – लगभग 17 घन्टे
2- किशोर – लगभग 9 से 10 घन्टे
3- व्यस्क – लगभग 8 घन्टे
मनोविज्ञानिकों का कहना है कि हमे रात में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद तो लेनी ही चाहिए जो की अच्छे स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी है। ऐसे में ठीक से नींद न आना या न सोना वाकई एक समस्या पैदा कर सकती है।
क्या होगा अगर आप ठीक से नींद नहीं लेंगे – – WHAT HAPPENS IF A PERSON DOES NOT SLEEP?
अगर आप कई रातों मे ठीक से ना सो पाये तो
क्या करना चाहिए ? – HOW TO SLEEP BETTER IN HINDI
1 रिसर्च मे पाया गया है की जो लोग दिन मे 2-3 बार से ज्यादा चाय या फिर कॉफी पीते है वह रात मे चाह कर भी जल्दी नहीं सो पाते। क्योकि चाय और कॉफी मे कैफीन नामक रसायन होता है जो हमारी नींद को प्रभावित करता है इसलिए सोने से पहले भी चाय और कॉफी नहीं पीनी चाहिए।
2 अगर आपको कोई चीज़ परेशान कर रही है और आप उसके बारे में बार बार सोचकर भी उसे सही तरीके से नहीं निपटा पा रहे हैं तो उस प्रोब्लेम को सोने से पहले की किसी कागज़ पर लिख लें और खुद से कहें कि आप कल इस problem को solve करेंगे। इससे आपको एक तरह की मानसिक संतुष्टि मिलेगी और सोने मे कोई दिक्कत नहीं आयगी।
3 अगर आप सोना चाहते है पर नींद नहीं आ रही है तो थोड़ी देर के लिए उठ जाएं और कुछ पढ़ना, tv देखना या फिर कोई हल्का संगीत सुनना और शुरू कर दे। थोड़ी देर मे नींद अपने आप आ जायगी।
4 सोने से पहले जीतने हो सके उतना कम इंटरनेट का इस्तेमाल करे।
5 किसी भी तरह की मोटापा घटाने या बढ़ाने वाली दवाइयो का इस्तेमाल ना करे क्योंकि ये दवाइयाँ आपकी नींद को प्रभावित करती है। इन दवाइयो के कारण या तो आपको बहुत ज्यादा नींद आयगी या फिर बहुत कम।
6 पढ़ने ,कुछ सोंचने या कुछ खाने पीने के एकदम बाद सोने के लिए न जाये क्योकि तब आपका दिमाग excited होता है जिसकी वजह से ठीक से नींद नहीं आती ।
7 दिन मे जितना कम हो सके उतना कम सोये। अगर आप दिन मे ज्यादा सोते है तो रात मे देर से नींद आती है।
8 सोने से पहले नहाने से अच्छी और आरामदायक नींद आती है।
9 रात मे खाना खाने के कुछ देर बार जरूर थोड़ा टहलना चाहिए। इससे हाजमा तो अच्छा रहता ही है साथ ही रात मे नींद भी आरामदायक आती है।
10 सोने से पहले 5 मिनट किसी भी चीज पर concentrate कीजिये। आप इसे प्रार्थना या ध्यान भी समझ सकते है। इससे आपका दिमाग शांत हो जाएगा और अच्छी नींद आयगी।
11 हमारा सोने के समय भी हमारी आदत का एक हिस्सा है। हमारे सोने और जागने के समय को हमारा दिमाग एक आदत की तरह लेता है और उसी प्रकार respond करता है। इसलिए अपने सोने और जागने के समय को फिक्स करे। इससे आपको अनिद्रा जैसी समस्या नहीं होगी।
कई लोग नींद न आने की situation मे बिना डॉक्टर की सलाह के नींद की गोलियां लेना शुरू कर देते है जो की खतरनाक है। नींद की गोलियां लेने से उसकी आदत पढ़ जाती है जिसके बाद आप रोजाना उन गोलियो के बिना नहीं सो सकते। इसलिए अगर आपकी समस्या बढ़ गई है तो डॉक्टर के पास जाएँ। रात मे देर से सोना डिप्रेशन, मोटापे, high BP, diabetes जैसी बीमारियों को अपने पास बुलाने का एक निमंत्रण है।
निवेदन ;अगर आपको यह आर्टिक्ल पसंद आया हो तो कृपया इसे शेयर कीजिये! धन्यवाद!
नींद की आवश्यकता होती है – HOW MUCH SLEEP DO WE REALLY NEED
हमे कितना सोना चाहिए ये हमारी उम्र पर निर्भर होता है।
1 छोटे बच्चे – लगभग 17 घन्टे
2- किशोर – लगभग 9 से 10 घन्टे
3- व्यस्क – लगभग 8 घन्टे
मनोविज्ञानिकों का कहना है कि हमे रात में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद तो लेनी ही चाहिए जो की अच्छे स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी है। ऐसे में ठीक से नींद न आना या न सोना वाकई एक समस्या पैदा कर सकती है।
क्या होगा अगर आप ठीक से नींद नहीं लेंगे – – WHAT HAPPENS IF A PERSON DOES NOT SLEEP?
अगर आप कई रातों मे ठीक से ना सो पाये तो
- आंखों के नीचे काले घेरे पड़ सकते है।
- चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी
- पेट की गड़बड़ी
- निर्णय लेने में दिक्कत
- उदासी मह्सूस होगी
- थकान
- अनिद्रा से उच्च रक्तचाप(high blood pressure), मधुमेह(diabetes) ,तनाव(stress), डिप्रेशन और मोटापा जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं|
- कारण – CAUSE OF SLEEP PROBLEMS IN HINDI
- चिंता और मानसिक अवसाद
- रोजगार से सम्बन्धित परेशानियां
- बार –बार किसी परेशानी के बारे मे सोचना
- उदासी की बीमारी
- किसी बात को लेकर चिन्ता
- मानसिक और भावनात्मक असुरक्षा
- अकेलापन और निराशा
- अन्य कारण – OTHER REASONS OF SLEEP DIFFICULTIES
- सोने की कोई नियमित दिनचर्या न होना
- कोई बीमारी , दर्द या बुखारहोना
- बहुत देर से भोजन खाना
- भूखे पेट ही सोने के लिए चले जाना
- कमरे का ज्यादा ठंडा होना
- देर रात तक टीवी और इंटरनेट के साथ ज्यादा टाइम बिताना
- बहुत ज्यादा चाय या कॉफी पीना
- दिन भर कोई काम न करना
- शराब और सिगरेट की लत
क्या करना चाहिए ? – HOW TO SLEEP BETTER IN HINDI
1 रिसर्च मे पाया गया है की जो लोग दिन मे 2-3 बार से ज्यादा चाय या फिर कॉफी पीते है वह रात मे चाह कर भी जल्दी नहीं सो पाते। क्योकि चाय और कॉफी मे कैफीन नामक रसायन होता है जो हमारी नींद को प्रभावित करता है इसलिए सोने से पहले भी चाय और कॉफी नहीं पीनी चाहिए।
2 अगर आपको कोई चीज़ परेशान कर रही है और आप उसके बारे में बार बार सोचकर भी उसे सही तरीके से नहीं निपटा पा रहे हैं तो उस प्रोब्लेम को सोने से पहले की किसी कागज़ पर लिख लें और खुद से कहें कि आप कल इस problem को solve करेंगे। इससे आपको एक तरह की मानसिक संतुष्टि मिलेगी और सोने मे कोई दिक्कत नहीं आयगी।
3 अगर आप सोना चाहते है पर नींद नहीं आ रही है तो थोड़ी देर के लिए उठ जाएं और कुछ पढ़ना, tv देखना या फिर कोई हल्का संगीत सुनना और शुरू कर दे। थोड़ी देर मे नींद अपने आप आ जायगी।
4 सोने से पहले जीतने हो सके उतना कम इंटरनेट का इस्तेमाल करे।
5 किसी भी तरह की मोटापा घटाने या बढ़ाने वाली दवाइयो का इस्तेमाल ना करे क्योंकि ये दवाइयाँ आपकी नींद को प्रभावित करती है। इन दवाइयो के कारण या तो आपको बहुत ज्यादा नींद आयगी या फिर बहुत कम।
6 पढ़ने ,कुछ सोंचने या कुछ खाने पीने के एकदम बाद सोने के लिए न जाये क्योकि तब आपका दिमाग excited होता है जिसकी वजह से ठीक से नींद नहीं आती ।
7 दिन मे जितना कम हो सके उतना कम सोये। अगर आप दिन मे ज्यादा सोते है तो रात मे देर से नींद आती है।
8 सोने से पहले नहाने से अच्छी और आरामदायक नींद आती है।
9 रात मे खाना खाने के कुछ देर बार जरूर थोड़ा टहलना चाहिए। इससे हाजमा तो अच्छा रहता ही है साथ ही रात मे नींद भी आरामदायक आती है।
10 सोने से पहले 5 मिनट किसी भी चीज पर concentrate कीजिये। आप इसे प्रार्थना या ध्यान भी समझ सकते है। इससे आपका दिमाग शांत हो जाएगा और अच्छी नींद आयगी।
11 हमारा सोने के समय भी हमारी आदत का एक हिस्सा है। हमारे सोने और जागने के समय को हमारा दिमाग एक आदत की तरह लेता है और उसी प्रकार respond करता है। इसलिए अपने सोने और जागने के समय को फिक्स करे। इससे आपको अनिद्रा जैसी समस्या नहीं होगी।
कई लोग नींद न आने की situation मे बिना डॉक्टर की सलाह के नींद की गोलियां लेना शुरू कर देते है जो की खतरनाक है। नींद की गोलियां लेने से उसकी आदत पढ़ जाती है जिसके बाद आप रोजाना उन गोलियो के बिना नहीं सो सकते। इसलिए अगर आपकी समस्या बढ़ गई है तो डॉक्टर के पास जाएँ। रात मे देर से सोना डिप्रेशन, मोटापे, high BP, diabetes जैसी बीमारियों को अपने पास बुलाने का एक निमंत्रण है।
निवेदन ;अगर आपको यह आर्टिक्ल पसंद आया हो तो कृपया इसे शेयर कीजिये! धन्यवाद!