ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत सब फ़रेब के आईनें हैं
हाथों में तेरा हाथ होने से ही मुकम्मल ज़िंदगी के मायने हैं
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कोशिश करूंगा मैं भी...तुम्हें भुलाने की !
अभी तो मैं...तेरे झूठे वादों को भुलाना सीख रहा हूँ !!
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घुटन सी होने लगी है,
इश्क़ जताते हुए,
मैं खुद से रूठ गया हूँ,
तुम्हे मनाते हुए.
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ना उसने मुड़ कर देखा, ना हमने पलट कर आवाज़ दी !
एक अजीब सा वक़्त था जिसने हम दोनोँ को पत्थर बना दिया !!
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मोहब्बत तो दिल से की थी,
दिमाग उसने लगा लिया…
दिल तोड दिया मेरा उसने
और इल्जाम मुझपर लगा दिया.
किसी की याद मे इतना उदास ना हुआ कर ऐ दोस्त !
लोग नसीब से मिलते है उदासीयो से नही !!
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सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे
खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया
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तेरे बिना जीना मुश्किल है …!
ये तुझे बताना और भी मुश्किल है.
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इश्क के चांद को अपनी पनाह में रहने दो
.लबों को ना खोलो आंखों को कुछ कहने दो
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उतर के देख मेरी चाहत की गहराई में !
सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई में !
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हे !
तो मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई में !!
प्यार करना हर किसी के बस की बात नहीं …
जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिये…
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बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी…
पहले पागल किया..
फिर पागल कहा..
फिर पागल समझ कर छोड़ दिया.
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चुभते हुए ख्वाबों से कह दो अब आया ना करे
हम तन्हा तसल्ली से रहते है बेकार उलझाया ना करे
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वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गये.
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लोग पूछते हैं, मैं क्या करती हूँ…
उन्हें क्या बताऊँ…
मौहब्बत की थी, अब रोज मरती हूँ…
एक दिन, मेरी आँखों ने भी थककर मुझसे कह दिया,
ख्वाब वो देखा करों जो पूरे हो,
रोज-रोज हमसे भी रोया नही जाता…!!!
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सांस रुक जाए मगर आंखें कभी बंद न हो
मौत आए भी तो तुझे देखने की जिद खत्म न हो
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ना तुमको खबर हुई ना ज़माना समझ सका
हम चुपके-चुपके तुम पे कई बार मर गए
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वो अब नही आयेंगे आँसू पोछने,
नादान आँखों को कैसे समझाऊ…
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जान जब प्यारी थी,
तब दुश्मन हजार थे…
अब मरने का शौक हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही मुकम्मल ज़िंदगी के मायने हैं
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कोशिश करूंगा मैं भी...तुम्हें भुलाने की !
अभी तो मैं...तेरे झूठे वादों को भुलाना सीख रहा हूँ !!
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घुटन सी होने लगी है,
इश्क़ जताते हुए,
मैं खुद से रूठ गया हूँ,
तुम्हे मनाते हुए.
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ना उसने मुड़ कर देखा, ना हमने पलट कर आवाज़ दी !
एक अजीब सा वक़्त था जिसने हम दोनोँ को पत्थर बना दिया !!
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मोहब्बत तो दिल से की थी,
दिमाग उसने लगा लिया…
दिल तोड दिया मेरा उसने
और इल्जाम मुझपर लगा दिया.
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Emotional Shayari In Hindi On Life / Friendship |
इमोशनल शायरी |Emotional Shayari In Hindi
लोग नसीब से मिलते है उदासीयो से नही !!
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सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे
खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया
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तेरे बिना जीना मुश्किल है …!
ये तुझे बताना और भी मुश्किल है.
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इश्क के चांद को अपनी पनाह में रहने दो
.लबों को ना खोलो आंखों को कुछ कहने दो
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उतर के देख मेरी चाहत की गहराई में !
सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई में !
अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हे !
तो मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई में !!
Emotional Shayari In Hindi On Life / Friendship
जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिये…
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बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी…
पहले पागल किया..
फिर पागल कहा..
फिर पागल समझ कर छोड़ दिया.
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चुभते हुए ख्वाबों से कह दो अब आया ना करे
हम तन्हा तसल्ली से रहते है बेकार उलझाया ना करे
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वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गये.
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लोग पूछते हैं, मैं क्या करती हूँ…
उन्हें क्या बताऊँ…
मौहब्बत की थी, अब रोज मरती हूँ…
Emotional Shayari In Hindi For Boyfriend
ख्वाब वो देखा करों जो पूरे हो,
रोज-रोज हमसे भी रोया नही जाता…!!!
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सांस रुक जाए मगर आंखें कभी बंद न हो
मौत आए भी तो तुझे देखने की जिद खत्म न हो
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ना तुमको खबर हुई ना ज़माना समझ सका
हम चुपके-चुपके तुम पे कई बार मर गए
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वो अब नही आयेंगे आँसू पोछने,
नादान आँखों को कैसे समझाऊ…
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जान जब प्यारी थी,
तब दुश्मन हजार थे…
अब मरने का शौक हैं,